When I first heard ghazals I knew only Pankaj Udaas. But during the time of Marathi Sahitya Sammhelan, on the pave lawn of Kala Academy in Panaji, the chairperson was (at that time) Ranjit Desai. He and his wife, Madhavi Desai, were staying at Hotel Samraat in Panaji. During that period, he noticed that I was hearing the ghazals sung by Pankaj Udaas on my walkman player. He told me to stop it and gave me a different ghazal cassette instead. I realized that my perspective of ghazals voluminously changed and that too entirely. Here are those that I hear, cherish, enjoy and share with all who will love it too, sung and composed by nun other the Ghulaam Ali !!!
ग़ुलाम अली
०१ अपनी तस्वीर को
०२ बहारों को चमन
०३ चुपके चुपके रात दिन
०४ दिल में एक लेहायर सी
०५ फ़ासले आएसए भी होंगे
०६ हुमको किसके घाम
०७ हुंगमा है क्यों
०८ जिनके होंठों पे
०९ कैसी चली है अबके हवा
१० मैं नज़र से पी
११ मस्ताना पिए जा यूँ ही
१२ पत्ता पत्ता बूटा बूटा
१३ वो कभी मिल जाएँ तो
१४ यह बातें झूठी बातें
१५ यह दिल यह पागल दिल मेरा
१६ ज़ख़्म-ए-तन्हाई
०१ अपनी तस्वीर को
०२ बहारों को चमन
०३ चुपके चुपके रात दिन
०४ दिल में एक लेहायर सी
०५ फ़ासले आएसए भी होंगे
०६ हुमको किसके घाम
०७ हुंगमा है क्यों
०८ जिनके होंठों पे
०९ कैसी चली है अबके हवा
१० मैं नज़र से पी
११ मस्ताना पिए जा यूँ ही
१२ पत्ता पत्ता बूटा बूटा
१३ वो कभी मिल जाएँ तो
१४ यह बातें झूठी बातें
१५ यह दिल यह पागल दिल मेरा
१६ ज़ख़्म-ए-तन्हाई
2 comments:
Thank you so much Abhijeet. What a collection!
Thanks Abhi, I always admired ur collection n selection...Be Happy...
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