मेरी चंद बेहतरीन पसंदी ग़ज़ले और नज़्म - २

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१. चुपके चुपके टाट दिन
२. दिल चीज़ क्या है
३. हंगामा है क्यों बरपा
४. दिल में एक लहर सी उठी है अभी
५. आवारगी - यह दिल यह पागल दिल मेरा
६. आप की याद आती रही रात बहार
७. दिल दुंडता हैं फुर्सत के रात दिन
८. कुर्बतियो में भी
९. मिश्रण


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