पं. कुमार गंधर्व - निर्गुण भजन | Pt. Kumar Gandharv - Nirgun Bhajan

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०१. ज़िनी ज़िनी बिनी चादारिया
०२. अवधूता कुदरत की गत न्यारी
०३. सुनता है गुरु ज्ञानी
०४. भोला मान जाने अमर मेरी काया
०५. अओ कलंदर केसवा
०६. अवधूत गगन होता
०७. आहो पति उपाय कच्चू कीजे
०८. हिरना समझ बूझ
०९. नैन घाट घटटन एक घारी
१०. उड़ जाएगा हंस अकेला
११. निर्भय निरगुन गुण रे
१२. गुरुजी म्हारे म्हाने दर लागे
१३. गुरा तो जीने
१४. पियाज़ी म्हारे नैना आयेज
१५. कौन ठगवा नगरिया लौट आए





1 comments:

Swati Shilker said...

Thank you Abhijit for sharing this wonderful treasure. I enjoyed it and we listened to it several times. Thanks again.

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